बीमारी होने पर सभी परेशान हो जाते हैं, लेकिन कोई भी बीमारी अचानक नहीं आती। हरेक बीमारी अपने आने से पहले कोई न कोई बैड सिग्नल जरूरत देती है। अगर आप इन्हें समझ पाते हैं, तो इसे शुरू में ही कंट्रोल कर सकते हैं :
आमतौर पर देखा जाए, तो कोई भी बीमारी अचानक से गंभीर रूप नहीं ले लेती। शुरुआती दौर में कहीं न कहीं इसके बैड सिग्नल जरूर मिलते हैं। आंख, बाल, जीभ और यहां तक कि नाखून भी ऐसे सिग्नल देते हैं। लेकिन बिजी लाइफ में हमारे पास इन्हें इग्नोर करने के अलावा कोई चारा ही बचता। हालांकि अगर शुरुआती स्टेज में इन चीजों पर ध्यान दिया जाए, तो प्रॉब्लम आगे कतई नहीं बढ़ेगी।
आंखें करती हैं इन बीमारियों का इशारा
सबसे पहले बात आंखों की करें, तो बाहर की ओर उभरी हुई आंखें थायरॉइड का संकेत देती हैं। अगर इनमें पीलापन हो, तो जॉइन्डिस का खतरा हो सकता है। हेपेटाइटिस या गॉल ब्लैडर डिजीज में भी यह संभव है। विजन के ब्लर होने का मतलब हाई ब्लड प्रेशर या डायबिटीज होना संभव है। वहीं, आंखों में प्रेशर रहता है, तो इसकी वजह विटामिन सी की कमी हो सकती है। सूजी हुई या पानी से भरी आंखें एलर्जी की निशानी हैं। एलर्जी या नमक ज्यादा लेने से भी आंखों में पफीनेस आ जाती है।
बाल सफेद होना
आपने कई लोगों को देखा होगा, जिनके बाल 20 साल की उम्र से पहले ही सफेद हो जाते हैं। हालांकि, अक्सर यह जेनेटिक होता है, लेकिन बालों में तरह- तरह के कॉस्मेटिक्स इस्तेमाल करने से भी ऐसा हो सकता है। अगर आपके बाल ज्यादा गिरने लगें, तो इसकी मेन वजह स्ट्रेस हो सकती है। अगर बाल पतले हैं, तो इसके पीछे आयरन या प्रोटीन की कमी जैसे फैक्टर हो सकते हैं। इनसे छुटकारा पाने के लिए बैलेंस्ड डाइट लें। बाल ड्राई होने की वजह हेयर कलर हो सकता है। बालों के एकदम नजदीक से हेयर ड्रायर का इस्तेमाल करने से भी ये ड्राई हो सकते हैं।
जीभ पर पैचेज
आपने कभी इस बात पर गौर किया है कि जब भी आप डॉक्टर के पास जाते हैं , तो वह आपको जीभ दिखाने के लिए क्यों कहता है ? दरअसल , आपकी जीभ से सेहत के बारे में काफी कुछ पता लगता है। अगर जीभ पर वाइट पैचेज हैं , तो इसे कतई हल्के में न लें। यह किसी तरह का इन्फेक्शन हो सकता है। हेल्दी टंग का कलर पिंक दिखना चाहिए। अगर आपकी टंग में डार्क ब्राउन या ब्लैक कलर के शेड दिखते हैं , तो ध्यान दें कि आप क्या खा – पी रहे हैं। कई बार फूड , मेडिसिन और ड्रिंक्स से भी ऐसा हो सकता है। नार्मल अल्सर 10 दिनों के भीतर ठीक हो जाते हैं। अगर यह ठीक नहीं होते , तो यह ओरल कैंसर हो सकता है।
नेल्स पर खरोंच
नेल्स पर गौर करना भी बहुत जरूरी है। अगर नेल्स की सतह पर खरोंच या गड्ढे बने हुए हों , तो इसका मतलब है कि आपके नेल्स के नीचे कोई प्रॉब्लम है। बेहतर होगा कि आप इसे नजर अंदाज करने की बजाय सीरियसली लें। वरना आपको बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इस तरह आप अपनी बीमारी को शुरुआती कंडिशन में ही कंट्रोल कर सकते हैं।