बॉलीवुड में 1970 और 80 के दशक की सबसे आइकॉनिक स्क्रीनराइटिंग जोड़ी सलीम-जावेद ने न सिर्फ हिंदी सिनेमा को नई पहचान दी, बल्कि स्क्रीनराइटर्स को भी स्टारडम के करीब पहुंचाया। ज़ंजीर, दीवार, शोले, त्रिशूल और डॉन जैसी सुपरहिट फिल्मों के लेखक रहे इस जोड़ी ने तकरीबन 20 फिल्मों में साथ काम किया। लेकिन 21 जून 1982 को यह मशहूर जोड़ी टूट गई। उस समय ऐसी खबरें थीं कि दोनों की जोड़ी में दरार उस समय के सुपरस्टार अमिताभ बच्चन और जावेद अख्तर के बीच नजदीकियों की वजह से हुई आई थी। अब लेखक ने अपनी बात कही है।
क्या अमिताभ बच्चन की वजह अलग ही सलीम-जावेद?
मिड-डे को दिए इंटरव्यू में जावेद अख्तर ने बताया कि सलीम खान उनसे उम्र में बड़े थे और निजी जीवन में उनका रिश्ता बड़े-छोटे जैसा था। जावेद ने कहा, “जब हम स्क्रिप्ट लिखते थे, तब हम बराबर थे। लेकिन हम जिस संस्कृति से आते हैं, उसमें ‘बड़े-छोटे का खयाल’ रहता है।” जावेद अख्तर ने यह भी कहा कि ‘मिस्टर इंडिया’ की शुरुआती सोच उन्होंने और सलीम खान ने मिलकर की थी, लेकिन उनके अलग होने के बाद उन्होंने इसे अकेले डेवलप किया। खास बात यह रही कि यह कहानी मूल रूप से अमिताभ बच्चन के लिए लिखी गई थी, लेकिन सलीम-जावेद के अलग होने की वजह अमिताभ बच्चन से जावेद की नजदीकी बताई जाने लगी, जिससे जावेद ने खुद को दूर कर लिया।
10 साल तक नहीं किया अमिताभ के साथ काम
जावेद ने बताया, “हमारे अलग होने के बाद कई लोगों ने यह सोचना शुरू कर दिया कि मैं अमिताभ बच्चन के करीब हूं, इसलिए सलीम साहब से अलग हो गया। इसीलिए मैंने अगले दस सालों तक अमिताभ के साथ कोई फिल्म नहीं की। ऑफर्स तो बहुत आए, लेकिन मैंने नहीं किए, क्योंकि मैं यह टैग नहीं चाहता था कि मैंने किसी के सपोर्ट की वजह से यह पार्टनरशिप तोड़ी।”
मिस्टर इंडिया के लिए अमिताभ थे पसंद
अनिल कपूर को लेकर बनाई गई ब्लॉकबस्टर फिल्म अमिताभ बच्चन को ध्यान में रखकर सोची गई थी। लेकिन सलीम-जावेद की जोड़ी टूटने के बाद जावेद अख्तर ने फिल्म की कहानी, स्क्रीनप्ले और डायलॉग खुद ही लिखे। ये फिल्म आज तक की सबसे शानदार फिल्मों में से एक है।