आज के समय में नया घर खरीदना जीवन का एक बहुत बड़ा और महत्वपूर्ण फैसला होता है, क्योंकि यह न केवल आपकी आर्थिक स्थिति को प्रभावित करता है, बल्कि आपके परिवार के सुख, शांति और समृद्धि पर भी गहरा असर डालता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर खरीदने से पहले कुछ चीजों को बारीकी से देखना अत्यंत महत्वपूर्ण है, वरना जीवन कष्टों से भर सकता है. यहां कुछ प्रमुख वास्तु नियम दिए गए हैं, जिन्हें नया घर खरीदने से पहले अवश्य जांचना चाहिए|
घर का मुख और प्रवेश द्वार: घर का मुख्य प्रवेश द्वार ऊर्जा के प्रवेश का मुख्य केन्द्र होता है. पूर्वमुखी घर सबसे शुभ माना जाता है, खासकर उन लोगों के लिए जो आध्यात्मिक, शिक्षक या रचनात्मक क्षेत्रों में हैं. यह मान-सम्मान और प्रसिद्धि दिलाता है| उत्तरमुखी घर भी बहुत शुभ होता है, विशेषकर उन लोगों के लिए जो व्यापार, वित्त या नए अवसरों की तलाश में हैं. यह धन और समृद्धि को आकर्षित करता है.
उत्तर-पूर्वमुखी घर अत्यंत पवित्र और शुभ माना जाता है, क्योंकि यह पूजा-पाठ और सकारात्मक ऊर्जा के लिए सर्वोत्तम है. यह शांति, ज्ञान और समृद्धि लाता है| सामान्य तौर पर दक्षिणमुखी घर घर खरीदने से बचना चाहिए, क्योंकि इसे मंगलकारी नहीं माना जाता. यह कलह, रोग और आर्थिक परेशानियों का कारण बन सकता है. यदि खरीदना ही पड़े तो वास्तु विशेषज्ञ की सलाह लेकर उचित उपाय करवाएं. इसके बाद ही घर खरीदें. दक्षिण-पश्चिम (नैऋत्य कोण) दिशा का मुख भी आमतौर पर शुभ नहीं माना जाता है|