कोलकाता में पिछले महीने हुए दिल दहला देने वाले ट्रिपल मर्डर केस की गुत्थी आखिरकार सुलझ गई है। पुलिस जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि इस हत्याकांड के पीछे 16 करोड़ रुपये का कर्ज था। आरोपी प्रसून डे ने अपनी भाभी, साली और 14 साल की बेटी की निर्मम हत्या कर दी थी। पुलिस के मुताबिक, पूरा परिवार पहले सामूहिक आत्महत्या करने की कोशिश में था, लेकिन जब यह योजना विफल हो गई, तो उन्होंने ‘प्लान बी’ के तहत हत्या को अंजाम दिया।
कैसे हुआ यह खौफनाक हत्याकांड?
यह दर्दनाक घटना 17 और 18 फरवरी को घटी। पुलिस के अनुसार, प्रसून, उसका भाई प्रणय, उसकी पत्नी रोमी और सुदेशना ने 17 फरवरी को सामूहिक आत्महत्या करने की योजना बनाई थी। लेकिन जब उनकी यह कोशिश नाकाम रही, तो उन्होंने तय किया कि वे एक-दूसरे की मदद से अपनी जान लेंगे।
अपनी ही बेटी को मार डाला
18 फरवरी को प्रसून ने अपनी पत्नी रोमी को समझाया कि वे पहले अपनी बेटी को मार डालें। रोमी ने अपनी बेटी के पैर पकड़े, और प्रसून ने तकिए से मुंह दबाकर उसकी हत्या कर दी। जब उन्हें यकीन हो गया कि बेटी मर चुकी है, तो प्रसून ने अपनी पत्नी रोमी और साली सुदेशना की भी कलाई और गला काटकर हत्या कर दी। सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि जब यह खौफनाक वारदात हो रही थी, तब प्रणय और उसका 15 वर्षीय बेटा ऊपर के कमरे में सो रहे थे।
कैसे हुआ खुलासा?
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, हत्या के बाद प्रणय और उसके बेटे ने भी आत्महत्या करने की कोशिश की। उन्होंने अपनी कार को मेट्रो पिलर से टकराने की योजना बनाई, लेकिन वे इस हादसे में बच गए। इसके बाद पुलिस को ट्रिपल मर्डर की जानकारी मिली, और जांच के दौरान घर से तीन शव बरामद किए गए।
कर्ज और ऐशो-आराम की जिंदगी बना वजह
संयुक्त पुलिस आयुक्त (क्राइम) रुपेश कुमार के अनुसार, प्रसून और प्रणय पर कुल 16 करोड़ रुपये का कर्ज था। उन्होंने अपने घर को गिरवी रख दिया था, बैंक खातों में पैसे नहीं थे और दो गाड़ियों की 47 लाख रुपये की ईएमआई बकाया थी। जांच में पता चला कि उनके पिता ने एक सफल बिजनेस खड़ा किया था, लेकिन दोनों भाइयों ने बिजनेस को आगे बढ़ाने की बजाय ऐशो-आराम पर पैसा उड़ाया। विदेश यात्राओं और महंगे शौक के कारण वे भारी कर्ज में डूब गए थे, जिससे तंग आकर उन्होंने आत्महत्या की योजना बनाई।
प्रणय की गिरफ्तारी और बेटे का भविष्य
फिलहाल, प्रणय अस्पताल में भर्ती है, लेकिन पुलिस जल्द ही उसे गिरफ्तार कर सकती है। इसके अलावा, पुलिस दोनों भाइयों से आमने-सामने पूछताछ करने की योजना बना रही है। इस पूरे मामले में सबसे बड़ी चिंता प्रणय के 15 वर्षीय बेटे को लेकर है। पुलिस के मुताबिक, परिवार का कोई भी सदस्य उसकी जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं है, इसलिए उसे बाल गृह भेजे जाने की संभावना है।
सबक और सवाल
यह घटना बताती है कि कैसे आर्थिक दबाव और कर्ज किसी इंसान को खतरनाक कदम उठाने के लिए मजबूर कर सकते हैं। क्या सही समय पर मानसिक स्वास्थ्य काउंसलिंग या वित्तीय सलाह से इस त्रासदी को टाला जा सकता था? इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जाने चाहिए। कोलकाता ट्रिपल मर्डर केस: 16 करोड़ के कर्ज ने छीनी तीन जिंदगियां, पुलिस जांच में चौंकाने वाला खुलासा