नई दिल्ली: शुक्रवार 12 जुलाई की शाम करीब 5 बजे का वक्त और जगह, उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले का विजय नगर पुलिस थाना। बदहवास हालत में एक महिला पुलिस थाने के अंदर दाखिल होती है। थाने में मौजूद सिपाही उसे बिठाकर उसकी परेशानी की वजह पूछते हैं। महिला बताती है कि उसका सात साल का बेटा किडनैप हो गया है। वो आसपास हर जगह खोज चुकी लेकिन कहीं कुछ पता नहीं चल रहा। पुलिस उसके बेटे की किडनैपिंग की रिपोर्ट दर्ज करती है और पूछती है कि क्या उसे किसी के ऊपर शक है। महिला जवाब देती है- हां। महिला का जवाब सुनकर पुलिस अधिकारी हैरान रह जाते हैं। पूछने पर महिला दो नाम बताती है- आशु शर्मा और लोकेश चौहान। पुलिस तुरंत टीमें बनाकर बच्चे की तलाश शुरू करती है। इसके साथ ही आशु और लोकेश को भी खोजा जाता है। अगले ही दिन दोनों मिल जाते हैं और थाने लाकर पुलिस उनसे पूछताछ शुरू कर देती है। आशु और लोकेश बताते हैं कि इस मामले से उनका कोई लेना-देना नहीं है। पुलिस दोनों की कॉल डिटेल निकालती है लेकिन उसमें भी ऐसा कोई सुराग नहीं मिलता, जिससे उनके ऊपर शक किया जाए।
Total Users- 571,509