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छत्‍तीसगढ़ में प्राध्यापकों के 595 पदों पर होगी सीधी भर्ती

राज्य गठन के बाद पहली बार सरकारी विश्वविद्यालयों में प्राध्यापकों के रिक्त 595 पदों पर सीधी भर्ती होगी। इसके लिए छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (सीजीपीएससी) ने आवेदन की प्रक्रिया शुरू की है। सीजीपीएससी घोटाले के बाद राज्य में साय सरकार की यह पहली बड़ी भर्ती परीक्षा है।

सरकार ने शिक्षकों की सीधी भर्ती के लिए भर्ती नियम में महत्वपूर्ण बदलाव किया है। स्थानीय निवासियों को प्राध्यापक बनने की छूट मिलेगी क्योंकि उनकी उम्र 56 वर्ष है। जनवरी 2021 से अभ्यर्थी की उम्र 31 वर्ष से कम और 56 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। शेष राज्यों में उम्र सीमा ४५ वर्ष थी।

सितंबर 2021 में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने प्राध्यापकों की भर्ती के लिए एक विज्ञापन जारी किया था। इसमें उम्र सीमा पर बहस हुई, जिसके बाद भर्ती रोक दी गई। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सरकार ने आते ही भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है।

10 वर्ष का अध्यापन अनुभव जरूरी

प्राध्यापक पद के लिए संबंधित विषय में पीएचडी अनिवार्य है। इसके अलावा कम से कम 120 अनुसंधान अंक प्राप्त किए हों। सहायक प्राध्यापक के रूप में लगातार 10 वर्ष का अनुभव जरूरी है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के सूचीबद्ध जर्नल में 10 शोध प्रकाशन भी जरूरी है। नियुक्ति लिखित परीक्षा और साक्षात्कार के जरिए होगी।

18 सितंबर तक आवेदन

भर्ती परीक्षा के लिए आवेदन 18 सितंबर की रात्रि 11:59 बजे तक कर सकते हैं। राज्य के स्थानीय निवासियों को लिए कोई शुल्क नहीं होगा। जबकि अन्य के लिए 400 रुपये शुल्क रखा गया है। हालांकि किसी भी प्रकार की त्रुटि सुधार के लिए 500 रुपये शुल्क निर्धारित किया गया है। एक शुल्क में केवल एक बार ही त्रुटि सुधार आनलाइन किया जा सकेगा।

ये होंगे फायदे

प्राध्यापकों की भर्ती से नैक की ग्रेडिंग में भी आसानी होगी। वहीं, असिस्टेंट प्रोफेसरों को उच्च पद पर पहुंचने का अवसर मिलेगा।

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