राज्य की साय सरकार ने कारगिल विजय दिवस पर अग्निवीरों के लिए बड़ी घोषणा की है। विधानसभा में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि राज्य के अग्निवीरों को राज्य पुलिस सेवा में आरक्षण मिलेगा जब वे सेवा से वापस आ जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि अग्निवीरों को पुलिस आरक्षक, वनरक्षक और जेल प्रहरी में विशेष प्राथमिकता दी जाएगी। राज्य सरकार शीघ्र ही उनके लिए विशिष्ट आरक्षण प्रदान करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करेगी।
प्रदेश से अब तक 870 अभ्यर्थी अग्निवीर बन चुके हैं। दिसंबर 2023 में जांजगीर-चांपा में भर्ती हुई थी। इसमें 5,532 युवा शामिल हुए थे। इसमें इनका चयन जीडी आरक्षक, तकनीकी, ट्रेड्समैन के लिए हुआ था।
नरेन्द्र मोदी को लगातार तीसरी बार देश का प्रधानमंत्री बनने पर विधानसभा में प्रस्ताव पारित कर बधाई दी गई। मुख्यमंत्री साय ने प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कहा कि मोदी का तीसरी बार प्रधानमंत्री बनना ऐतिहासिक उपलब्धि है। वह श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सपनों को पूरा करने का काम कर रहे हैं।
अनुच्छेद 370 को शांतिपूर्वक जम्मू-कश्मीर से हटा दिया। 2047 तक देश को विकसित भारत बनाने का लक्ष्य रखा है और इसे दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बनाया है। उन्हीं के नेतृत्व में हमारा देश भी आगे बढ़ रहा है।
छत्तीसगढ़ सहित भाजपा शासित पांच अन्य राज्यों ने अग्निपथ योजना को लेकर विपक्ष के हमलों के बीच, अग्निवीरों के शौर्य का सम्मान करते हुए अपने यहां निकलने वाली भर्तियों में उन्हें विशेष प्राथमिकता देने की घोषणा की है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव, ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आरक्षण देने की घोषणा की है।
यह है अग्निपथ योजना
16 जून 2022 को केंद्र सरकार अग्निपथ योजना लाई थी। इसमें वर्ष में दो बार रैली के जरिये थल सेना, जल सेना और वायु सेना में चार वर्ष के लिए जवानों को भर्ती किया जाता है। चार वर्ष बाद कार्यक्षमता के आधार पर रेटिंग दी जाती है।
इसमें मेरिट में आने वाले 25 प्रतिशत जवानों को आगे भी नियमित रखा जाता है बाकी की सेवाएं खत्म कर दी जाती हैं। अग्निवीर बनने के लिए 17.5 वर्ष से 21 वर्ष तक की आयु होना आवश्यक है। 10वीं पास होना जरूरी है। अग्निवीरों को 12वीं के समकक्ष शिक्षा का प्रमाण पत्र दिया जाएगा।