रायपुर। CM साय ने मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना के तहत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। आपको बता दें कि यह योजना पहले भाजपा की रमन सरकार ने शुरू की थी, लेकिन कांग्रेस सरकार में इस योजना का लाभ बुजुर्गों को नहीं मिल पाया था। अब, भाजपा की साय सरकार ने इस योजना को पुनः शुरू करने का निर्णय लिया है, ताकि अधिक से अधिक बुजुर्गों को इसका लाभ मिल सके। मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना क्या है? – मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत राज्य के बुजुर्गों को धार्मिक तीर्थ स्थलों की यात्रा करवाई जाएगी, ताकि वे अपने श्रद्धा स्थलों का दौरा कर सकें।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज रायपुर रेलवे स्टेशन पर ‘मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना’ के तहत पहली तीर्थयात्रा ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह योजना राज्य के वरिष्ठ नागरिकों को देश के प्रमुख तीर्थ स्थलों की निःशुल्क यात्रा का अवसर प्रदान करती है।
इस विशेष ट्रेन में बुजुर्ग श्रद्धालु रामेश्वरम और मदुरई के तीर्थ स्थलों की यात्रा पर गए हैं। यात्रा के दौरान भोजन, ठहरने और अन्य आवश्यक सुविधाओं की पूरी व्यवस्था राज्य सरकार द्वारा की गई है।
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना’ की शुरुआत 2013 में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के कार्यकाल में हुई थी। कांग्रेस सरकार के दौरान यह योजना बंद हो गई थी, लेकिन अब भाजपा सरकार ने इसे पुनः शुरू किया है।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य के वरिष्ठ नागरिकों और कम आय वाले परिवारों को देश के प्रमुख तीर्थ स्थलों की यात्रा का अवसर प्रदान करना है। इच्छुक लाभार्थियों को ऑनलाइन या जिला प्रशासन के माध्यम से आवेदन करना होगा। आयु सीमा 60 वर्ष से अधिक है, और कम आय वाले परिवारों को प्राथमिकता दी जाएगी।
मुख्यमंत्री साय ने इस अवसर पर कहा कि उनकी सरकार बुजुर्गों की आस्था का सम्मान करती है और अधिक से अधिक वरिष्ठ नागरिकों को तीर्थ यात्रा का अवसर प्रदान करने का लक्ष्य रखती है।
इस योजना के पुनः आरंभ से राज्य के बुजुर्गों को धार्मिक स्थलों की यात्रा का लाभ मिलेगा, जिससे उनकी आस्था और विश्वास को बल मिलेगा।