लक्ष्मीनारायण जी का मंदिर लगभग 200 वर्ष से अधिक पुराना है. सन 1800 में इस मंदिर का निर्माण हुआ था. इस मंदिर की काफी मान्यता है.
रायपुर: आपने ज्यादातर बड़े बुजुर्गों और महिलाओं को मंदिर जाते देखा होगा लेकिन एक मंदिर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में है जहां बुजुर्गों, महिलाओं से ज्यादा युवा वर्ग भगवान के दर्शन के लिए आते हैं. और मनोकामना पूरी करने के लिए पूरे विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करते हैं.
हम बात कर रहे हैं छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर स्थित भगवान लक्ष्मीनारायण मंदिर की. यह मंदिर रायपुर के सदर बाजार इलाके में स्थित है, संकरी गलियों में होने के बावजूद यहां भक्तों की लाइन लगी रहती है. जैसे ही युवा वर्ग को इस मंदिर की खासियत के बारे में जानकारी होती है वे गूगल मैप देखते हुए पहुंच जाते हैं.
सात जन्मों तक जोड़ी बनाए रखने की करते है प्रार्थना
रायपुर के लक्ष्मीनारायण मंदिर में गुरुवार को भक्तों की भीड़ देखने लायक होती है. भक्तों में युवा वर्ग अधिक होते हैं. खासकर युवा अपनी जोड़ी बनाने के लिए लक्ष्मीनारायण से प्रार्थना करते हैं. इस मंदिर को लक्ष्मी नारायण मंदिर कहा जाता है. मंदिर परिसर में शिवजी, हनुमानजी के साथ साथ शनिदेव का भी मंदिर है. मंदिर परिसर में अन्य देवी देवता भी विराजमान हैं. लेकिन इस मंदिर के गर्भगृह में लक्ष्मी नारायण की मूर्ति स्थापित की गई है. यही कारण है कि लोग इस मंदिर को लक्ष्मीनारायण मंदिर कहते हैं. यहां आकर भक्त लक्ष्मी नारायण भगवान से अपनी जोड़ी सात जन्मों तक बनाए रखने के लिए प्रार्थना करते हैं.