रायपुर। रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के उद्देश्य से 30 अगस्त को स्वर्णप्राशन का आयोजन किया जाएगा। इस विशेष कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाना और उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करना है।
स्वर्णप्राशन एक प्राचीन आयुर्वेदिक विधि है, जो बच्चों की स्वास्थ्य और विकास के लिए लाभकारी मानी जाती है। इस विधि के अंतर्गत विशेष रूप से तैयार किए गए स्वर्ण प्राशन का सेवन बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और समग्र स्वास्थ्य को सुधारता है।
कार्यक्रम के आयोजकों ने बताया कि 30 अगस्त को विभिन्न स्थानों पर यह कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसमें बच्चों को स्वर्णप्राशन प्रदान किया जाएगा। इस अवसर पर आयुर्वेदिक चिकित्सक और स्वास्थ्य विशेषज्ञ उपस्थित रहेंगे, जो माता-पिता को स्वर्णप्राशन के लाभ और इसकी विधि के बारे में जानकारी देंगे।
स्वर्णप्राशन कार्यक्रम के दौरान, बच्चों को विशेष रूप से तैयार किए गए स्वर्ण प्राशन का सेवन कराया जाएगा, जो आयुर्वेदिक औषधियों से तैयार होता है। यह कार्यक्रम बच्चों की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने और उनके विकास में सहायक होगा।
माता-पिता से आग्रह किया गया है कि वे इस अवसर का लाभ उठाएं और अपने बच्चों को इस कार्यक्रम में शामिल कराएं। आयोजन की पूरी जानकारी और पंजीकरण की प्रक्रिया के लिए स्थानीय स्वास्थ्य केंद्रों या आयुर्वेदिक चिकित्सा केंद्रों से संपर्क किया जा सकता है।
समारोह के अंत में, आयोजकों ने उम्मीद जताई कि इस कार्यक्रम से बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार होगा और वे अधिक स्वस्थ और रोग प्रतिरोधक बनेंगे।