रायपुर। रायपुर में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट की मौजूदगी में कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक हुई। इस बैठक से एक अहम बात निकलकर सामने आई है। बताया जा रहा है कि जब सचिन पायलट के सामने धनेन्द्र साहू पार्टी की स्थिति बता रहे थे इस दौरान भूपेश बघेल भड़क उठे। धनेन्द्र साहू ने आरोप लगाया कि जब कांग्रेस सत्ता में थी तब जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं की कोई पूछ परख नहीं थी। हार की बड़ी वजह यही है।
ऐसा बताया ही तभी भूपेश बघेल ने धनेन्द्र साहू पर बोलते हुए कहा कि मलाई सभी ने खाई है, कौन कौन से नेता और कार्यकर्ता ने खाई है मेरा मुंह न खुलवाओ। तभी धनेन्द्र साहू ने माफी मांगी और चुप्पी साध ली। वहीं बैठक में सचिन पायलट ने स्पष्ट कहा कि जो नेता जिस पद पर है वे कांग्रेस के लिए काम करते रहे, कल कौन रहेगा और कौन नहीं रहेगा इसकी चिंता छोड़ दें।
नेता और कार्यकर्ता पर दबाव बनाना भूपेश का पेशा, वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने भूपेश के तेवर के कारण माफी मांगी कांग्रेस कार्यकर्ता का कहना है कि भूपेश बघेल अपना राज चलाने पार्टी की बैठकों में सब पर दबाव बनाते आ रहे है। बड़े नेता होने की वजह से भूपेश बघेल के खिलाफ मोर्चा खोल भी नहीं सकते है।
कांग्रेस आलाकमान बघेल के खिलाफ शिकायत सुनती ही नहीं है। धनेन्द्र साहू अब महंत गुट के सूत्रों के मुताबिक़ भूपेश बघेल से अब चरणदास महंत भी उफ्फ गए है। महंत ने अपना स्पेशल गुट भी तैयार कर लिया है, बस्तर से लेकर सरगुजा क्षेत्र के ऐसे नेताओं को सेलेक्ट किया है। जिससे बघेल को कमजोर होना ही पड़ेगा।
इससे मायने लगाया जा सकता है कि बघेल को कमजोर करने अब प्रदेश के वरिष्ठ नेता किस तरह मुहिम चला रहे है। वैसे तो भूपेश बघेल अब प्रदेश कांग्रेस के लिए कांटे के सामान है। अब समय रहते उसे कमजोर नहीं किया गया तो चुभते रहेंगे