27 अगस्त को पुलिस ने लगभग 120 कांग्रेसियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिनमें तीन नामजद आरोपियों ने भिलाई के तीन थानों का घेराव किया था। पुलिस की इस कार्रवाई से कांग्रेस घबरा गई है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि वे इस मामले में न्यायालय में लड़ाई लड़ेंगे।
बजरंग दल द्वारा भिलाई तीन के सिरसा गेट चौक पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से दुर्व्यवहार का मामला बहुत चर्चा में था। 27 अगस्त को कांग्रेस ने एसपी दुर्ग जितेंद्र शुक्ला को पत्र भेजा और इस मामले में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए भिलाई तीन थाना घेरने की चेतावनी दी। इससे पहले, भिलाई चरोदा निगम के सभापति कृष्णा चंद्राकर सहित छह कांग्रेसियों पर अपहरण का मामला दर्ज किया गया था।
वास्तव में एक बजरंग कार्यकर्ता को कृष्णा चंद्राकर, एस. वेंकट रमना, अभिषेक वर्मा, पप्पू चंद्राकर, नजरूल इस्लाम और असफाक अहमद ने अपहरण कर पीटा था। भाजपा सहित हिंदूवादी संगठनों ने इस मामले में प्रदर्शन करने के बाद पुलिस ने सभी छह लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। इधर, कांग्रेस ने निर्धारित कार्यक्रम के तहत थाने का घेराव किया। इस दौरान पुलिस ने लाठी चार्ज कर दी।
थाना घेराव मामले में पुलिस ने भिलाई चरोदा निगम के महापौर निर्मल कोसरे, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संयुक्त सचिव सुजीत बघेल, ब्लाक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मनोज मढ़रिया सहित 150 कांग्रेसियों को शासकीय कार्य में बाधा, पुलिस कर्मियों से मारपीट सहित अन्य गैर जमानती धाराओं के तहत दोषी ठहराया है।