छत्तीसगढ़ के आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों और महिलाओं को दी जाने वाली सामग्री की गुणवत्ता को लेकर मिल रही लगातार शिकायतों पर राज्य सरकार ने सख्त रुख अपनाया है। महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए विशेष जांच समिति गठित कर दी है। मंत्री ने 15 दिन के भीतर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
प्रदेशभर में होगी जांच, छह जिलों को किया गया चिन्हित
विशेष समिति रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, जांजगीर-चांपा, जशपुर और सरगुजा जिलों में आंगनबाड़ी केंद्रों पर वितरित की गई सामग्री की गुणवत्ता की गहन जांच करेगी। समिति यह देखेगी कि पोषण से जुड़ी सामग्री में कहीं कोई गड़बड़ी तो नहीं है और वितरण प्रक्रिया पारदर्शी है या नहीं।
सख्त निर्देश और जवाबदेही तय
मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने विभागीय सचिव शम्मी आबिदी को निर्देश देते हुए कहा कि शिकायतों को गंभीरता से लिया जाए और जांच रिपोर्ट जल्द से जल्द दी जाए। उन्होंने कहा:
“बच्चों और महिलाओं के पोषण से जुड़ी सामग्री की गुणवत्ता सर्वोच्च प्राथमिकता है। किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।”
भविष्य में हो सकती है नियमित ऑडिट की व्यवस्था
सूत्रों के अनुसार, यदि इस जांच में गड़बड़ियां सामने आती हैं, तो सरकार प्रदेशभर के आंगनबाड़ी केंद्रों में नियमित ऑडिट प्रणाली लागू करने पर विचार कर सकती है, ताकि भविष्य में ऐसी शिकायतें दोहराई न जाएं।