पैर में झनझनाहट एक आम समस्या है जो कई कारणों से हो सकती है। इसे मेडिकल भाषा में Paresthesia कहते हैं। आइए जानते हैं इसके कारण, लक्षण और उपचार:
पैर में झनझनाहट के सामान्य कारण
स्नायु (नर्व) में दबाव:
लंबे समय तक एक ही स्थिति में बैठने या पैर पर वजन डालने से।
गलत पॉश्चर या टाइट कपड़े पहनने से।
डायबिटीज (मधुमेह) न्यूरोपैथी:
ब्लड शुगर बढ़ने से नसों में खराबी आ सकती है।
विटामिन की कमी:
खासकर विटामिन B12, B6 और E की कमी से।
साइटिका : कमर से पैरों तक जाने वाली नस पर दबाव पड़ने से।
ब्लड सर्कुलेशन की गड़बड़ी:
धमनियों में ब्लॉकेज या ब्लड फ्लो में रुकावट से।
नशे की चीजों का अधिक सेवन:
शराब या धूम्रपान के कारण भी नसें कमजोर हो सकती हैं।
अन्य कारण:
थायरॉइड, गुर्दा रोग, हर्नियेटेड डिस्क, स्ट्रेस, मल्टीपल स्क्लेरोसिस आदि।
लक्षण
पैरों में सुई-सी चुभने का अहसास
सुन्नपन या कमजोरी
कभी-कभी चलने में परेशानी
मांसपेशियों में ऐंठन या जकड़न
उपचार व उपाय
घरेलू उपाय:
गर्म पानी से सेंक
हल्की स्ट्रेचिंग और योगासन – पवनमुक्तासन, भुजंगासन फायदेमंद हैं।
सरसों के तेल से मालिश – ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है।
हल्दी वाला दूध – सूजन और दर्द कम करता है।
मेथी दाना भिगोकर सुबह खाएं – डायबिटीज वाले लोगों को विशेष लाभ।
आयुर्वेदिक उपचार:
अश्वगंधा चूर्ण
त्रिफला चूर्ण
मेदोहर्बल तेल से मालिश
एलोपैथिक इलाज:
विटामिन B12, B6 सप्लीमेंट्स
न्यूरोलॉजिस्ट से परामर्श यदि लक्षण लगातार बने रहें
ब्लड टेस्ट और MRI जैसे जांच की आवश्यकता हो सकती है
कब डॉक्टर से मिलें?
यदि झनझनाहट कई हफ्तों तक बनी रहे
चलने-फिरने में दिक्कत हो
दर्द या कमजोरी बढ़ रही हो
अचानक झनझनाहट शुरू हो और साथ में चक्कर या धुंधलापन भी आए