चाय के खराब होने का समय कई बातों पर निर्भर करता है, जैसे कि उसमें दूध मिलाया गया है या नहीं, और उसे कैसे स्टोर किया गया है।
दूध वाली चाय (मिल्क टी): दूध वाली चाय सबसे जल्दी खराब होती है। कमरे के तापमान पर रखने पर यह 2 से 4 घंटे में खराब हो सकती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि दूध में बैक्टीरिया और अन्य माइक्रोब्स बहुत तेजी से बढ़ते हैं। गर्मियों के मौसम में यह और भी जल्दी खराब हो सकती है। 2 घंटे से ज्यादा रखी हुई दूध वाली चाय को दोबारा गर्म करके पीने से भी पेट संबंधी समस्याएं जैसे गैस, एसिडिटी, कब्ज और फूड पॉइजनिंग हो सकती हैं।
काली चाय (ब्लैक टी): काली चाय दूध वाली चाय की तुलना में ज्यादा देर तक चलती है। इसे कमरे के तापमान पर 8 से 12 घंटे तक रखा जा सकता है। अगर इसे ठीक से स्टोर किया जाए, जैसे कि छानकर और बिना चाय पत्ती के फ्रिज में रखा जाए, तो यह थोड़ी अधिक समय तक ताजा रह सकती है।
ग्रीन टी : ग्रीन टी भी 6 से 8 घंटे तक खराब नहीं होती, खासकर अगर इसे कमरे के तापमान पर रखा जाए।
चाय खराब होने के लक्षण:
गंध में बदलाव: चाय में खट्टी या अजीब सी गंध आने लगती है।
स्वाद में बदलाव: चाय का स्वाद कड़वा या खट्टा हो जाता है।
बनावट में बदलाव: चाय की सतह पर झाग या परत जमने लगती है।
रंग में बदलाव: चाय का रंग गहरा हो सकता है या उसमें कोई असामान्य रंग दिख सकता है।
सलाह: बेहतर होगा कि चाय को हमेशा ताजा बनाकर ही पिएं। बनी हुई चाय को ज्यादा देर तक रखने से उसके पोषक तत्व भी कम हो जाते हैं और उसमें हानिकारक बैक्टीरिया पनप सकते हैं।