सुबह घास पर नंगे पैर चलना एक सदियों पुरानी प्रथा है जिसे अब वैज्ञानिक भी “अर्थिंग” या “ग्राउंडिंग” के रूप में पहचान रहे हैं। यह पृथ्वी की प्राकृतिक विद्युत ऊर्जा से सीधे जुड़ने का एक तरीका है, और इसके कई आश्चर्यजनक स्वास्थ्य लाभ हैं:
तनाव और चिंता कम करता है, नींद में सुधार करता है: सुबह की ताजी हवा, ओस से भीगी घास और प्रकृति से सीधा जुड़ाव दिमाग को शांत करता है। यह शरीर में तनाव हार्मोन कोर्टिसोल के स्तर को कम करने में मदद करता है। वैज्ञानिक शोध बताते हैं कि नंगे पांव चलने से शरीर की जैविक घड़ी (सर्केडियन रिदम) संतुलित होती है, जिससे मेलाटोनिन (नींद हार्मोन) का उत्पादन बेहतर होता है और गहरी, शांत नींद आती है।
आँखों की रोशनी में सुधार: पैरों के तलवों में कई एक्यूप्रेशर बिंदु होते हैं जो सीधे आँखों से जुड़े होते हैं। जब आप घास पर नंगे पैर चलते हैं, तो इन बिंदुओं पर हल्का दबाव पड़ता है, जिससे आँखों की मांसपेशियों को आराम मिलता है और रक्त संचार बेहतर होता है। साथ ही, हरे रंग को देखने से भी आँखों को सुकून मिलता है और दृष्टि में सुधार हो सकता है।
रक्त संचार और हृदय स्वास्थ्य में सुधार: नंगे पांव चलने से पैरों की नसों में रक्त का संचार बेहतर होता है, जिससे पूरे शरीर में ऑक्सीजन और पोषक तत्वों का प्रवाह ठीक से होता है। “अर्थिंग” से हृदय गति में सुधार होता है और शरीर में सूजन कम होती है, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। यह रक्त के थक्कों के जोखिम को भी कम कर सकता है।
सूजन और दर्द कम करता है, प्रतिरक्षा बढ़ाता है: पृथ्वी की सतह में नकारात्मक चार्ज इलेक्ट्रॉन होते हैं। जब आप नंगे पैर घास पर चलते हैं, तो ये इलेक्ट्रॉन आपके शरीर में स्थानांतरित होते हैं और शरीर में मौजूद फ्री रेडिकल्स को बेअसर करने में मदद करते हैं, जो सूजन और सेल क्षति का कारण बनते हैं। यह दर्द, विशेष रूप से पुराने दर्द और सूजन से राहत दिलाने में सहायक हो सकता है। यह आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को भी मजबूत कर सकता है।
पैरों की मांसपेशियों को मजबूत करता है और संतुलन बनाता है: जूते पहनने से पैरों की प्राकृतिक गति सीमित हो जाती है। नंगे पैर चलने से पैर की छोटी-छोटी मांसपेशियां सक्रिय होती हैं, उंगलियां स्वाभाविक रूप से फैलती हैं और एड़ी की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। यह संतुलन और लचीलेपन में सुधार करता है, जिससे गिरने का खतरा कम होता है और पैरों से संबंधित सामान्य समस्याओं जैसे फ्लैट फीट, एड़ी का दर्द आदि को रोकने में मदद मिल सकती है।
ये लाभ सुबह की ताजी हवा और प्राकृतिक वातावरण के साथ मिलकर आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए एक बेहतरीन आदत बनाते हैं।