हाल ही में, एक महिला ने रेडिट पर एक पोस्ट लिखी, जिसने भारतीय समाज में पत्नी की भूमिका को लेकर एक अहम सवाल खड़ा कर दिया और वह अहम सवाल था कि क्या शादी का मतलब एक जीवनसाथी का साथ पाना होता है, या फिर एक ‘मुफ्त की नौकरानी’ मिलना?
सोशल मीडिया पर न केवल बस अब एंटरटेनमेंट का जरिया बन गया है, बल्कि कुछ लोगों का पर्दाफाश करने का भी साधन बन गया है, जो अक्सर इस भागदौड़ भरी दुनिया में छुप कर रह जाती है। अब आज की इस खबर में हम आपको ऐसी पोस्ट के बारे में बताने जा रहे हैं, जिससे कई कड़वे सच दुनिया के सामने आते हैं। यह कहना गलत नहीं होगा कि स्त्रियों के लिए अभी भी दुनिया को बहुत बदलने की जरूरत है। हाल ही में, एक महिला ने रेडिट पर एक पोस्ट लिखी, जिसने भारतीय समाज में पत्नी की भूमिका को लेकर एक अहम सवाल खड़ा कर दिया और वह अहम सवाल था कि क्या शादी का मतलब एक जीवनसाथी का साथ पाना होता है, या फिर एक ‘मुफ्त की नौकरानी’ मिलना?
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ पोस्ट
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस पोस्ट में एक महिला ने अपने परिवार की एक घटना का जिक्र किया है। महिला ने साझा करते हुए बताया कि उसके परिवार में जब उसकी चाची का दुर्घटना में निधन हो गया, तो परिवार में शोक की लहर थी। लेकिन उसके अंकल के लिए यह दुख से ज्यादा चिंता का विषय था कि अब घर के कामकाज कैसे चलेंगे। साथ ही उन्होंने आंटी को खोने पर एक शब्द भी नहीं कहा, बल्कि यह पूछने लगे कि अब उनके लिए खाना कौन बनाएगा, घर कौन संभालेगा और उनकी मां की देखभाल कौन करेगा। ऐसा लगा जैसे वे अपनी पत्नी को नहीं, बल्कि एक ‘घरेलू कर्मचारी’ को खोने का शोक मना रहे थे।”
महिला ने सुनाई झकझोर देने वाली कहानी
यही नहींं, महिला ने जो आगे लिखा, उसे पढ़कर आपको भी बहुत ही हैरानी होगी। महिला ने लिखा कि अंकल के पिता ने उन्हें दूसरी शादी करने की सलाह दी। इस सलाह की वजह अंकल का साथ देने या प्रेम पाने की कोई भावना नहीं थी, बल्कि उनकी एकमात्र चिंता यही थी कि घर में कोई ऐसा आ जाए जो फिर से उनकी सेवा कर सके और घर के काम संभाल ले। महिला ने लिखा, “मैं दूसरी शादी के खिलाफ नहीं हूं,” उसने लिखा। “लेकिन जब शादी का उद्देश्य सिर्फ खाना बनाने, सफाई करने और देखभाल करने तक सीमित हो जाए, तो यह बेहद दुखद है। क्या पत्नी का अस्तित्व सिर्फ घर के कामों तक सीमित रह गया है?”
सोशल मीडिया पर यूजर्स ने दी ऐसी प्रतिक्रिया
अब इस पोस्ट के वायरल होने के बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। एक यूजर ने लिखा, “यह सच में दिल तोड़ने वाला है, लेकिन दुर्भाग्य से यही हकीकत है। महिलाओं को खुद अपनी आवाज उठानी होगी, क्योंकि कोई और उनके लिए नहीं लड़ेगा।” दूसरे यूजर ने लिखा, “मुझे इस सोच से नफरत है कि लोग पत्नी को एक साथी के बजाय एक मुफ्त की नौकरानी के रूप में देखते हैं। वहीं, एक और यूजर ने लिखा, “अगर किसी इंसान को अपनी पत्नी की याद तक नहीं आती और वह इतनी जल्दी दूसरी शादी की सोच रहा है, तो इसका मतलब है कि उसने कभी उससे प्यार किया ही नहीं था।”