दुनिया में एक ऐसा जीव भी है, जो साइज में आपके पैरों की उंगलियों से भी छोटा होता है, पर उसका विष किंग कोबरा के जहर से 100 गुना अधिक शक्तिशाली होता है. डरा देने वाली बात ये है कि इस जीव के जहर का एंटीडोट भी नहीं बना है, जो उसे और भी घातक बना देता है.
जब भी किसी जहरीले जीव की चर्चा होती है, तो जेहन में सबसे पहले सांपों की छवि उभरती है. उसमें भी किंग कोबरा का नाम दिमाग में सबसे पहले आता है. यह एक ऐसा सांप है, जो एक बार में इतना जहर छोड़ता है कि 20 लोग मौत की नींद सो जाए. एक किंग कोबरा 18 फीट तक लंबा हो सकता है. हालांकि, आकार ही सब कुछ नहीं होता. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं कि क्योंकि दुनिया में एक ऐसा जीव भी है, जिसका आकार आपके पैरों की उंगलियों जितना हैं, लेकिन उसका विष कोबरा के जहर से 100 गुना अधिक शक्तिशाली है.
यहां बात हो रही है इरुकांजी जेलीफिश की, जो ऑस्ट्रेलिया के उत्तरी क्षेत्र में पाई जाती है. यह जेलीफिश अपने जहरीले डंक के लिए जानी जाती है, जो इंसानों के लिए बेहद घातक हो सकता है. इसे दुनिया की सबसे घातक जेलीफिश का दर्जा हासिल है.
इरुकांजी जेलीफिश ने अगर डंक मार दिया, इससे होने वाला दर्द बहुत तेज और असहनीय होता है, जो कई दिनों तक रह सकता है. इसे ‘इरुकांजी सिंड्रोम’ कहते हैं. इससे पीड़ित की मानसिक स्थिति पर बुरा असर पड़ सकता है, जैसे कि चिंता, डिप्रेशन और यहां तक कि उसे आत्महत्या के विचार भी आ सकते हैं.
शीशे-सा शरीर और इतनी होती है लंबाई
यह समुद्री जीव आकार में बहुत छोटा होता है, जो लगभग 1 सेंटीमीटर तक बढ़ सकता है. वहीं, इरुकांजी का शरीर पारदर्शी होता है, जो इसे लगभग अदृश्य बना देता है. लेकिन इस जेलीफिश का जहर इतना शक्तिशाली होता है कि यह एक व्यक्ति को मारने के लिए काफी है
इसके जहर का कोई तोड़ नहीं
डरा देने वाली बात यह है कि इस इरुकांजी जेलीफिश के विष का कोई तोड़ नहीं है. यानि, इसके लिए अब तक कोई एंटीडोट नहीं बना है, जो इसे और भी घातक बना देता है. यह जेलीफिश समुद्री जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, और यह समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र को बनाए रखने में मदद करती है.