तांदुला जलाशय में 85 प्रतिशत जलभराव हो चुका है
दुर्ग। विगत दिनों हुई बारिश के बाद खरखरा जलाशय छलक गया है। खरखरा के वेस्ट वियर से दुर्ग के शिवनाथ नदी में 1500 क्यूसेक पानी आ रहा है। तांदुला जलाशय में 85 प्रतिशत जलभराव हो चुका है।
गोंदली जलाशय के जलभराव की स्थिति में सुधार आया है। यहां 70 प्रतिशत जलभराव हो चुका है।
सप्ताह भर पहले जलाशयों में जलभराव की स्थिति औसत थी। लेकिन पिछले दिनों हुई बारिश के बाद जलाशयों में बड़ी तेजी के साथ जलभराव हुआ है।
बालोद जिला के खरखरा जलाशय में शत प्रतिशत जलभराव हो चुका है। जलाशय छलकने लगा है। खरखरा के वेस्ट वियर से करीब 1500 क्यूसेक पानी शिवनाथ नदी में आ रहा है। वहीं तांदुला जलाशय में 85 प्रतिशत जलभराव हो चुका है।
खरखरा और तांदुला जलाशय में जलभराव होने के बाद पेयजल और सिंचाई के लिए पानी को लेकर प्रशासन की चिंता दूर हो गई है। खरखरा जलाशय से दुर्ग जिले के दुर्ग, भिलाई और रिसाली निगम को पेयजल के लिए पानी दिया जाता है।
वहीं तांदुला जलाशय से खरीफ व रवि फसलों की सिंचाई के लिए पानी दिया जाता है। इसके अलावा गोंदली जलाशय में 70 प्रतिशत जलभराव होना बताया जा रहा है। बारिश का मौसम अभी डेढ़ महीने बाकी है। इस अवधि में अन्य जलाशयों में भी शत प्रतिशत जलभराव होने की उम्मीद है।
राजनांदगांव जिले से आ रहा 12000 क्यूसेक पानी
शिवनाथ नदी में अभी भी राजनांदगांव जिले के मोंगरा बैराज तथा सूखा व घूमरिया नाला को पानी करीब 12 हजार क्यूसेक पानी आ रहा है।जल संसाधन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में बारिश थमने की वजह से शिवनाथ के जलस्तर धीरे-धीरे कम हो रहा है। नदी स्थित महमरा एनीकट के ऊपर अभी भी नौ फीट पानी बह रहा है। वहीं पुलगांव के पुराने पुल से पानी नीचे उतर गया है। शिवनाथ नदी में बाढ़ आने के बाद पुराने पुल के ऊपर करीब दो दिन तक करीब तीन फीट पानी बह रहा था।
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