सावन के 25 दिनों पर भारी पड़ी दिनभर की वर्षा
राजनांदगांव । शुरुआत के 25 दिनों तक शांत रहने वाला सावन का महीना 26वें दिन जमकर झूमा। मंगलवार को तेज वर्षा वाली ऐसी झड़ी लगी कि महीनेभर का कोटा लगभग 100 मिलीमीटर वर्षा के साथ एक ही दिन में पूरा हो गया। 14 जुलाई को सावन माह की शुरुआत हुई। तब तक मानसून वर्ष में 408 मिलीमीटर वर्षा हो चुकी थी। उसके बाद सावन के पहले 15 दिनों में मात्र 10 मिलीमीटर ही वर्षा हुई जबकि पिछले 10 दिनों में बादल 70 मिलीमीटर ही बरस पाया।
यानी पूरे सावन माह के 25 दिनों में 80 मिलीमीटर ही वर्षा हो सकी। सोमवार को शाम पांच बजे तक 82 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। रात तक यह आंकड़ा 100 से भी पार हो गया। बुधवार को भी झड़ी वाली वर्षा की संभावना जताई गई है। रक्षाबंधन का दिन सावन माह का अंतिम दिन है। यानी वर्षा के मौसम का सबसे अहम महीना समाप्त होने में अब मात्र दो ही दिन बाकी है। मंगलवार को जिस तेजी के साथ बादल बरसा, उसे देखकर अनुमान लगाया जा रहा है कि अगले कुछ दिनों तक मानसून इसी तेवर के साथ सक्रिय बना रह सकता है।
कभी तेज तो कभी रिमझिम बरसे बादल
लंबे इंतजार के बाद जिले में एक बार फिर से सावन की झड़ी लगी है। सुबह से कभी रिमझिम तो कभी तेज वर्षा होती रही। तेज गरज और चमक के साथ हुई इस वर्षा का किसानों को बेसब्री से इंतजार था। इस वर्षा से धान की फसलों को काफी लाभ मिलने की संभावना जताई जा रही है। शाम तक जले में 82 मिलीमीटर वर्षा हो चुकी थी। देर शाम तक यह जारी रही। दिनभर की झड़ी का असर तापमान पर पड़ा। बीते चार दिनों से अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस पर स्थिर था। मंगलवार को यह 28.6 डिग्री पर आ गया।
तीन जलाशय फिर छलके छोड़ा, 19600 क्यूसेक पानी
लगातार वर्षा से बैराजों में बढते जल आवक को देखते हुए सुरक्षा की दृष्टि से तीन बैराजों से 19300 क्यूसेक पानी नहर के माध्यम से नदी में बहना शुरू किया गया। देर शाम इसकी मात्रा और बढ़ा दी गई। जल संसाधन विभाग के अनुसार मोंगरा बैराज में 85 प्रतिशत पानी भरा है। वहां से अभी 16 हजार क्यीसेक पानी छोड़ा जा रहा है। बैराज के सभी गेट खोले जा चुके हैं। घूमरियानाला बैराज में 90 प्रतिशत पानी भरा है। अभी वहां से तीन हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
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