सेक्टर-10 में डेंगू का खतरा, जगह-जगह जलजमाव
भिलाई। टाउनशिप में भिलाई निगम के वार्ड 64, 64 सेक्टर 10 में डेंगू का खतरा मंडरा रहा है। दरअसल इस वार्ड में जगह जगह जलजमाव वाली स्थित है। अब तक न तो जलजमाव वाली जगहों का निरीक्षण किया गया, और न ही टेमीफास आदि का छिड़काव किया गया। लोक जनशक्ति पार्टी ने इसे लेकर बीएसपी प्रबंधन व निगम प्रशासन से शिकायत की है।
लोक जनशक्ति पार्टी (र) के प्रदेश महासचिव मुकेश वर्मा ने जनहित की समस्याओं वार्ड में साफ-सफाई को लेकर पार्षद के क्रियाकलापों पर नाराजगी जताते हुए कहा कि वार्ड 64,65 की जनता आक्रोशित हैं।
कांग्रेस पर भरोसा जता कर विकास कार्यों के लिए पार्षदों की जीत सुनिश्चित की गई थी। पार्षदों की अनदेखी की वजह से वार्डवासी संयंत्र कर्मी एवं श्रमिकों के परिवार नारकीय जीवन जीने को मजबूर है। जिसका मुख्य कारण सीवरेज लाइन जाम होना, आवासों के पीछे बरसात का पानी एवं सीवरेज का गंदा पानी निकासी की व्यवस्था न होने की वजह से पानी का ठहराव हमेशा रहता है।
वार्डों के चारों तरफ गंदगी पसरी हुई है। आवासों के पीछे सीवरेज लाइन जाम है। मुकेश वर्मा ने बीएसपी प्रबंधन और नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारियों से जनहित में वार्ड 64,65 के जनता एवं संयंत्र श्रमिक परिवारों को पीलिया, डायरिया, टीबी, मलेरिया, डेंगू जैसे गंभीर बीमारी से बचाने अति शीघ्र सीवरेज की साफ सफाई और गंदगी हटाने मांग की है।
20 हजार आबादी को पेयजल के लिए होना पड़ा परेशान
दुर्ग निगम क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था कभी भी बाधित हो जाती है। जलापूर्ति किन कारणों से बाधित होता है निगम के जिम्मेदार अधिकारी पार्षदों को भी समय पर इसकी जानकारी नहीं देते हैं। जिसका खामियाजा पार्षदों को भुगतना पड़ता है। शहर के पांच वार्डों में शनिवार को पेयजल आपूर्ति बाधित रहा और इन वार्डों के करीब 20 हजार आबादी को पेयजल के लिए हलाकान होना पड़ा।
दुर्ग निगम क्षेत्र में आए दिन जलापूर्ति बाधित हो जाती है। निगम से प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार शाम से निगम के बघेरा पानी टंकी में क्षमता के अनुरूप जलभराव नहीं हो रहा है। जिसकी वजह से शुक्रवार को गयानगर,नयापारा,बघेरा,राजीव नगर,मठपारा,रामनगर उरला में शाम के समय द्वितीय पाली में पांच से सात मिनट के लिए नल खुले। शनिवार सुबह भी प्रभावित क्षेत्रों में सप्लाई व्यवस्था का हाल शुक्रवार शाम की भांति बना रहा। शनिवार सुबह भी पांच से सात मिनट के लिए नल खुले,इस दौरान पानी का प्रेशर भी कम रहा। प्रभावित वार्ड के पार्षदों का कहना है कि निगम प्रशासन द्वारा जलापूर्ति बाधित होने के संबंध में समय पर जानकारी नहीं दी जाती। जलापूर्ति किन कारणों से बाधित हुआ है निगम के जलगृह विभाग के अधिकारी इसके बारे में भी सही जानकारी नहीं दे पाते। नागरिकों की नाराजगी पार्षदों को झेलनी पड़ती है। जलगृह विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक पैनल बोर्ड में खराबी आने की वजह से बघेरा टंकी में पर्याप्त मात्रा में जलभराव नहीं हो पाया। निगम का दावा है कि वार्डों में रविवार सुबह जलापूर्ति सामान्य हो जाएगी।
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