रेलवे के 50 मेगावाट क्षमता वाले सोलर प्लांट से उत्पादन जल्द
भिलाई। चरोदा में रेलवे के 50 मेगावाट क्षमता वाले सोलर प्लांट से बिजली का उत्पादन जल्द शुरू होगा। शनिवार को रेलवे बोर्ड के अतिरिक्त सदस्य (ट्रेक्शन) एवं बिलासपुर रेल जोन के महाप्रबंधक ने निरीक्षण किया। इस दौरान वहां पर चल रहे अंतिम दौर के कार्यों को देखा। उक्त दोनों ही अधिकारियों ने इससे पहले चरोदा में रेलवे के क्रू-लाबी, रनिंग रूम एवं विद्युत लोको शेड का भी निरीक्षण किया। दोनों ही अधिकारी करीब पौने चार घंटे तक चरोदा में रहे। इस दौरान कर्मचारियों के प्रतिनिधि मंडल से भी मुलाकात की और उनकी समस्यायं जानीं।
चरोदा में रेलवे द्वारा अपनी खाली जमीन पर 50 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता वाले सोलर प्लांट का निर्माण कराया जा रहा है। इसका काम लगभग फायनल स्टेज पर है। इस प्लांट से उत्पादित बिजली को कुम्हारी में स्थित पावर ग्रिड को भेजा जाएगा। वहां से रेलवे देशभर में कहीं भी अपनी जरूरत के हिसाब से इतनी ही बिजली ले सकेगा। चरोदा मे शेरिशा रुफटाप कंपनी द्वारा इस प्लांट का निर्माण किया जा रहा है। इस सोलर प्लांट का निरीक्षण करने
आज सुबह रेलवे बोर्ड नई दिल्ली के अतिरिक्त सदस्य (ट्रेक्शन) राधे रमण ने बिलासपुर रेल जोन के महाप्रबंधक आलोक कुमार के साथ पहुंचे। इस दौरारन उनके साथ अन्य मातहत अधिकारी भी मौजूद रहे। पूरे सोलर प्लांट का उन्होंने निरीक्षण किया और कम्पनी के अफसरों से कार्य प्रगति सहित अन्य बिंदुओं पर जानकारी ली। अफसरों ने बताया कि जल्द ही शेष काम निपटाते हुए इस प्लांट बिजली उत्पादन शुरू कर लिया जाएगा।
लोको शेड भी पहुंचे
इससे पहले रेलवे बोर्ड के अतिरिक्त सदस्य (ट्रेक्शन) एवं बिलासपुर रेल जोन के महाप्रबंधक ने चरोदा में रेलवे क्रू-लाबी, रनिंग रूम एवं विद्युत लोको शेड का भी निरीक्षण किया। उन्होंने रेल कर्मचारियों के संगठन के प्रतिनिधियों से सौजन्य मुलाकात की। लोको शेड में उन्होंने पौधारोपण भी किया। मण्डल सुरक्षा आयुक्त सहित अन्य अधिकारी भी वहां मौजूद रहे। दक्षिण पूर्व रेलवे मेंस काग्रेंस के डिवीजनल कोआर्डिनेटर डी विजय कुमार ने कर्मचारियों का एचआरए बंद करने के निर्णय पर विचार की मांग की। उन्होंने कहा कि जो आवास हैं उनकी रेलवे मरम्मत कराए जिससे रेलवे कर्मचारी उसमें रह सकें। उन्होंने एचआरए बंद होने से कर्मचारियों की परेशानी को दोनों अधिकारियों के समक्ष रखा।
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