डबरापारा के निर्माणाधीन फ्लाईओवर के पास लग रहा जाम
भिलाई । डबरापारा के निर्माणाधीन फ्लाई ओवर के पास अभी रोजाना जाम लग रहा है। दोनों दिशा में सड़क के खराब होने के कारण यहां से गाड़ियां बहुत ही धीमी गति से निकल रही है। रोजाना दिन के समय में डबरापारा पुल से लेकर खुर्सीपार मंगल भवन तक और दूसरी तरफ में भिलाई-3 बिजली आफिस तक वाहनों की लंबी कतार लगी रह रही है। इसके साथ ही धूल के चलते राहगीरों को काफी ज्यादा परेशान होना पड़ रहा है। बारिश का समय होने के कारण खराब सड़क की मरम्मत नहीं हो पा रही है। इसलिए अभी बारिश के दौरान ये जाम की समस्या बनी रह सकती है।
बता दें कि डबरापारा तिराहा के पास वैकल्पिक मार्ग न होने के कारण यहां पर काफी ज्यादा बुरी स्थिति है। अभी चौक पर सिर्फ एक तरफ के हिस्से में ही ब्रिज का काम शुरू हो सका है। दूसरी तरफ अभी भी काम शुरू नहीं हो सका है। खुर्सीपार की तरफ अभी ब्रिज निर्माण का काम चल रहा है और इसी तरफ ज्यादा जाम लग रहा है। अभी तो रोजाना यहां पर जाम की स्थिति निर्मित हो रही है। रोड के दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी कतार लग रहा है। इससे राहगीरों को काफी ज्यादा परेशानी हो रही है। आपातकाल स्थिति में आने-जाने वाले राहगीरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। स्थिति को सामान्य करने के लिए यातायात पुलिस को भी काफी ज्यादा मशक्कत करनी पड़ रही है। यह स्थिति विगत कई महीनों से चल रही है।
गाड़ी के ब्रेकडाउन के चलते शुक्रवार की रात लगा था जाम
शुक्रवार की रात को रायपुर से दुर्ग जाने वाले लेन पर एक ट्रक का ब्रेकडाउन हो गया था। इसके चलते डबरापारा से लेकर सिरसा गेट तक गाड़ियों की लंबी कतार लग गई थी। रात करीब एक बजे ट्रक को सुधारा गया और उसे वहां से आगे बढ़ाया गया। इसके बाद जाम क्लियर हुआ। डबरापारा में ये स्थिति आए दिन बन रही है और समस्या का कोई समाधान नहीं हो पा रहा है।
बहुत ही धीमी गति से चल रहा है ब्रिज निर्माण का काम
डबरापारा तिराहा पर बन रहे फ्लाई ओवर का काम बहुत ही धीमी गति से चल रहा है। अभी सिर्फ खुर्सीपार की तरफ ही काम किया जा रहा है। दूसरी तरफ अभी तक पिलर भी खड़े नहीं किए जा सके हैं। गुरजीत सिंह, ट्रैफिक डीएसपी ने कहा डबरापारा नहर के चौड़ीकरण का काम भी अभी पूरा नहीं हो सका है। इस कारण से ब्रिज वाहनों के निकलने के लिए पर्याप्त स्थान नहीं मिल पा रहा है। इन कारणों से लोगों को परेशान होना पड़ रहा है।
Add Rating and Comment