ब्रिटिश एयरवेज की कई फ्लाइट्स कैंसिल:करीब 16 हजार पैसेंजर परेशान,
ब्रिटेन के सबसे बिजी एयरपोर्ट हीथ्रो पर लगातार दूसरे दिन ब्रिटिश एयरवेज की कई उड़ानें रद्द कर दी गईं। BBC के मुताबिक- शुक्रवार को 42 फ्लाइट्स कैंसिल की गईं। इनमें लंबी दूरी के साथ ही डोमेस्टिक फ्लाइट्स भी शामिल हैं। इसकी वजह IT प्रॉब्लम बताई गई है एयरलाइन ने एक बयान में कहा- हमें टेक्निकल प्रॉब्लम की वजह से यह कदम उठाना पड़ा है। इस फ्लाइट कैंसिलेशन से 16 हजार पैंसेजर्स को परेशान होना पड़ा है। करीब चार साल पहले भी इस तरह की दिक्कत पेश आई थी। रद्द की जाने वाली ज्यादातर फ्लाइट्स यूरोपीय देशों की हैं।
ऑनलाइन स्टेटस भी नहीं
- IT प्रॉब्लम की वजह से पैसेंजर्स अब ऑनलाइन स्टेटस भी चेक नहीं कर पा रहे हैं। हीथ्रो की तरफ जाने वाले रास्तों पर सैकड़ों गाड़ियां फंस गईं। गुरुवार को ब्रिटिश एयरवेज ने फ्लाइट कैंसिल किए जाने पर माफी मांगी थी। उसने कहा था- टेक्निकल प्रॉब्लम की वजह से पैसेंजर ऑनलाइन चेक-इन नहीं कर पा रहे हैं।
- शुक्रवार को एयरलाइन ने फिर बयान जारी किया। कहा- परेशानी पूरी तरह हल नहीं हो सकी है। आज भी कुछ फ्लाइट्स कैंसिल की गई हैं। पैसेंजर चाहें तो आल्टरनेट रूट पर फ्लाइट बुक कर सकते हैं या फिर उन्हें रिफंड मिल जाएगा। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक- गुरुवार और शुक्रवार को मिलाकर कुल 156 फ्लाइट्स कैंसिल की गई हैं। ज्यादातर फ्लाइट्स यूरोपीय देशों की थीं।
- डेटा फर्म 83 BA के मुताबिक- शुक्रवार को 860 फ्लाइट शेड्यूल थीं। 92 रद्द कर दी गईं। इसे बहुत बड़ा आंकड़ा नहीं कहा जा सकता।
- 6 साल पहले भी हुई थी दिक्कत
ब्रिटिश एयरवेज को 2017 में इसी तरह की IT प्रॉब्लम का सामना करना पड़ा था। उस दौरान 75 हजार पैसेंजर्स को परेशान होना पड़ा था। इसके बाद ब्रिटिश एयरवेज ने न सिर्फ माफी मांगी थी, बल्कि ये भरोसा भी दिलाया था कि फ्यूचर में इस तरह की दिक्कत नहीं होगी। इसी साल फरवरी में भी इस एयरलाइन कंपनी को कस्टमर्स के गुस्से का सामना करना पड़ा था। तब भी तकनीकि दिक्कत हुई थी और करीब 200 फ्लाइट्स लेट हुईं थीं।
अमेरिका में भी हुई थी दिक्कत
- फरवरी में अमेरिका में NOTAM (नोटिस टु एयर मिशन्स) सिस्टम में खराबी के चलते एयर ट्रैफिक ठप हो गया था। 4663 फ्लाइट्स लेट हुईं थीं और 450 डोमेस्टिक और इंटरनेशनल फ्लाइट्स कैंसिल कर दी गईं थीं। हालात सामान्य होने में करीब 3 दिन लग गए थे।
- मामला कितना गंभीर था, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इस मामले पर व्हाइट हाउस में इमरजेंसी मीटिंग हुई थी। राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ट्रांसपोर्ट सेक्रेटरी से रिपोर्ट तलब की थी।
- बाद में व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी कैरीन जीन पियरे ने कहा था- जांच हो चुकी है। अब ये कहा जा सकता है कि यह साइबर अटैक नहीं है।
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