• 19-04-2024 11:14:13
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'द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल' विवाद:पश्चिम बंगाल पुलिस के निशाने पर फिल्म

निर्देशक सुदीप्तो सेन की फिल्म 'द केरल स्टोरी' के बाद अब एक और हिंदी फिल्म पर बवाल मच सकता है। यह फिल्म है सनोज मिश्रा निर्देशित 'द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल', जो अब पश्चिम बंगाल पुलिस के निशाने पर आ गई है। पुलिस ने सनोज के खिलाफ राज्य को बदनाम करने का आरोप लगाते हुए एक नोटिस जारी किया है। इस पर अब सनोज का रिएक्शन सामने आया है।

मुझ पर ऐसे धाराएं लगाई हैं जैसे मैं कोई आतंकवादी हूं

दैनिक भास्कर से बातचीत के दौरान सनोज ने कहा कि उनके खिलाफ साजिश हो रही है। वे बोले, ‘मैं पिछले दो साल से इस फिल्म पर मेहनत कर रहा हूं। एक महीने पहले मेरी इस फिल्म का ट्रेलर लॉन्च हुआ और उसके बाद 11 मई को मुझे पता चला कि पश्चिम बंगाल की गवर्नमेंट मेरे खिलाफ कोई एक्शन लेने वाली है। 25 मई को मुझे ईमेल के जरिए यह जानकारी दी गई कि मेरे खिलाफ एक नोटिस है और मुझे वहां जाकर इसका जवाब देना होगा। मेरा ये मानना है कि मैं एक लोकतांत्रिक देश में रह रहा हूं और मेरा अपना नजरिया रखने का या बोलने का हक है। इन्होंने मुझ पर ऐसी धाराएं लगाई हैं जैसे मैं कोई देशद्रोही या आतंकवादी हूं। मेरे खिलाफ साजिश रची जा रही है और मुझे जेल भेजने की कोशिश की जा रही है। मुझे डर है कि मेरे साथ कुछ गलत हो सकता है। हो सकता है कि ऐसा करके मेरा हौसला तोड़ने की कोशिश की जा रही हो ताकि मैं आगे चलकर यह फिल्म रिलीज ना करूं। यह सही नहीं है, ऐसा हुआ तो आगे चलकर कोई भी व्यक्ति सही बोलने का साहस नहीं करेगा।’

काफी रिसर्च और एविडेंस के साथ फिल्म बनाई है

फिल्म की कहानी को लेकर सनोज आगे कहते हैं, ‘मेरी फिल्म किसी भी पार्टी या पॉलिटिशियन के काम के इर्द-गिर्द नहीं है। इसमें कोई एजेंडा नहीं है बल्कि आजादी के पहले से लेकर अब तक बंगाल का जो सिस्टम रहा है उस पर बेस्ड है। हमने इस कहानी के जरिए बताया है कि यहां अंग्रेजों का शासन कैसा था, कैसे राजधानी कलकत्ता से शिफ्ट होकर दिल्ली पहुंची और फिर कैसे बेरोज़गारी बढ़ी, सरकार ने क्या-क्या गलत फैसले लिए। और इन सभी मुद्दों पर हमने पूरे एविडेंस के साथ बात की है। हम काफी रिसर्च करने के बाद इस कहानी पर आगे बढ़ पाए हैं। अब बंगाल में मेरे खिलाफ क्या साजिश हो रही है, ये मेरी समझ से परे है।’

फिल्म में दीदी के खिलाफ कुछ भी नहीं है

पश्चिम बंगाल में इस वक्त ममता बनर्जी की सरकार हैं। सनोज की मानें तो इस फिल्म के जरिए वे कहीं भी ममता या उनकी सरकार की छवि को खराब नहीं कर रहे हैं। वे कहते हैं, ‘ममता बनर्जी से मैं यही कहना चाहता हूं कि मैं बिलकुल भी उनके खिलाफ नहीं हूं और न ही मेरा इरादा उनकी या उनकी सरकार की छवि को गलत दिखाने का है। मेरा इरादा है कि जो वहां के सोशल सिस्टम हैं, वहां की बेरोज़गारी है, वहां के लोग जो राज्य छोड़कर जा रहे हैं यह सब बातें ऑडियंस के सामने आएं। अब इसमें दीदी को लग रहा है कि उन्हें टारगेट किया जा रहा है तो इसमें कोई सच्चाई नहीं है। मैं इस राज्य के बारे में बहुत कुछ समझता और जानता हूं। मैं कई बंगाली फिल्मों का हिस्सा भी रहा हूं। बंगाल से मेरी मेरा कोई दुश्मनी नहीं है। मैंने एक लंबा वक्त बंगाल में गुजारा है।’

हमारी फिल्म का सिर्फ टाइटल मिलता है, कहानी नहीं

फिल्म के टाइटल के बारे में सनोज कहते हैं, ‘मैंने ‘कश्मीर फाइल्स’ से पहले एक फिल्म बनाई थी जिसका नाम था ‘काशी’। यह फिल्म कुछ इंटरनल झगड़ों की वजह से रिलीज़ नहीं हो पाई। उसके बाद मुझे नहीं पता था कि, ‘द केरल स्टोरी’ जैसी कोई फिल्म बन रही है। फिल्म रिलीज के पहले ही हमने हमारा ट्रेलर लॉन्च कर दिया था। हम किसी की फिल्म की नकल नहीं कर रहे हैं। यह महज एक इत्तेफाक है कि हमारी फिल्म का टाइटल हाल ही में रिलीज हुई इन फिल्मों से मिलता-जुलता है।’

सच्ची घटनाओं पर आधारित है फिल्म

फिल्म 'द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल' अभी तक सेंसर बोर्ड से पास नहीं हुई है। वसीम रिजवी फिल्म्स के बैनर तले बन रही इस फिल्म को नारायण सिंह ने निर्मित किया गया है। वहीं सनोज मिश्रा इस फिल्म के लेखक और निर्देशक हैं। यह फिल्म सच्ची घटनाओं पर आधारित है।

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