अब कच्चे तेल पर कोई विंडफॉल टैक्स नहीं:पेट्रोल-डीजल और ATF पर भी जीरो टैक्स, ये कटौती 16 मई से लागू हुई
सरकार ने घरेलू स्तर पर उत्पादन किए जाने वाले कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स में कटौती की है। सरकार की तरफ से जारी नोटिफिकेशन के अनुसार ONGC और रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसी पेट्रोलियम कंपनियों द्वारा घरेलू स्तर पर उत्पादित कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स 4,100 रुपए प्रति टन से घटाकर शून्य कर दिए हैं। यह कटौती 16 मई से लागू हो गई है। विंडफॉल टैक्स घटने या बढ़ने से आम आदमी पर फर्क नहीं पड़ता है।
पेट्रोल-डीजल और ATF पर जीरो विंडफॉल टैक्स
सरकार ने पेट्रोल-डीजल और एविएशन टरबाइन फ्यूल (ATF) पर विंडफॉल टैक्स को शून्य पर बरकरार रखा है यानी इन पेट्रोलियम उत्पादों पर कोई विंडफॉल टैक्स नहीं लगेगा। पिछले साल 1 जुलाई से विंडफॉल टैक्स लगाने की शुरुआत की थी। तब पेट्रोल और ATF पर 6 रुपए प्रति लीटर, जबकि डीजल पर 13 रुपए प्रति लीटर निर्यात शुल्क (विंडफॉल टैक्स) लगाने का फैसला किया था। इसके बाद सरकार ने 20 जुलाई को पेट्रोल के निर्यात पर ये टैक्स खत्म कर दिया था। केंद्र सरकार हर 15 दिन में विंडफॉल टैक्स की समीक्षा करती है।
1 साल से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बदलाव नहीं
आखिरी बार 21 मई 2022 में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बदलाव किया गया था। यानी करीब एक साल से इनके दाम जस के तस बने हुए हैं। 21 मई 2022 को पेट्रोल पर 8 रुपए और डीजल पर 6 रुपए प्रति लीटर उत्पाद शुल्क घटाया गया था। इससे पेट्रोल और डीजल के दाम 9.5 रुपए और 7 रुपए कम हो गए थे। जुलाई 2022 में, महाराष्ट्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर VAT में 5 रुपए और 3 रुपए प्रति लीटर की कटौती की थी।
तेल बेचने में भारत ने सऊदी को पीछे छोड़ा
रूस-यूक्रेन जंग के बाद दुनिया में भारत का किरदार बदल गया है। 2022 में चीन के बाद भारत ऑयल खरीदने के मामले में दूसरे नंबर पर था। अब एक साल बाद यूरोप को ऑयल बेचने के मामले में भारत ने सऊदी अरब को भी पीछे छोड़ दिया है। भारत रोजाना साढ़े 3 लाख बैरल से ज्यादा यानी करीब 5.5 करोड़ लीटर ऑयल यूरोप को एक्सपोर्ट कर रहा है।
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