CRPF के DIG सुनील कुमार पर छत्तीसगढ़ के लेखक की पुस्तक, साहसिक कामों का जिक्र
बस्तर। से लेकर कश्मीर और देश के अलग- अलग राज्यों में सेवा देने वाले CRPF के DIG सुनील कुमार पर लेखक अजय महतो ने एक किताब लिखी है। जिसका विमोचन CRPF के DG प्रकाश डी ने किया है। बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में काम करने वाले किसी CRPF अधिकारी पर लिखी यह पहली किताब है। इस किताब का नाम 'श्री माता वैष्णो देवी दरबार' और 'तात्कालिक कमांडेंट सुनील कुमार' रखा गया है। दो हिस्सों में लिखी इस किताब में माता के दरबार की महिमा और सुनील कुमार का योगदान है।DIG सुनील कुमार लंबे समय तक बस्तर के दंतेवाड़ा में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। अभी वे लखनऊ में पदस्थ हैं। लेखक अजय महतो ने बताया कि CRPF न केवल आंतरिक सुरक्षा को बनाए रखने में महारत रखती है बल्कि सामाजिक कार्यो में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती है।
इन कामों की वजह से थे चर्चा में
सुनील कुमार सीधे नियुक्ति राजपत्रित अधिकारी के रूप में चयनित हुए थे। दिसंबर 1994 में सहायक कमांडेंट के तौर पर आंतरिक सुरक्षा बल CRPF में अपनी सेवाएं प्रारंभ की। देश के कई हिस्सों में उन्होंने बड़े सुरक्षा अभियानों को सफलतापूर्वक पूरा किया है। RAF में उप कमाण्डेंट के तौर पर तैनाती के दौरान गोधरा कांड के उपरान्त भड़के दंगों में उन्होंने उल्लेखनीय काम किया था। अपनी टीम के साथ सूरत शहर में 48 घंटे के अंदर नियंत्रित कर कानून व्यवस्था को बहाल करने में अहम भूमिका निभाई।
साल 2001 के दौरान गुजरात में आए विनाशकारी भूकंप के दौरान अहमदाबाद में अपनी टीम के साथ मिलकर 74 नागरिकों की जान बचाई। कमांडेंट के रूप में अपनी परिचालनिक दक्षता और व्यावसायिक कार्य कुशलता को साबित करते हुए बिना किसी जान-माल क्षति के नक्सलवाद के विरुद्ध सफलतापूर्वक अभियान चलाकर शांति कायम किया और नक्सलवाद से ग्रसित दूर-दराज के इलाकों के भटके युवाओं को राष्ट्र की मुख्य धारा में लाने का सफल प्रयास किया। सुनील कुमार बस्तर से लेकर कश्मीर तक अपनी सेवा दे चुके हैं।
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