दो करोड़ नौकरी देने की जगह लोगों का घर चलाना किया दूभर: वोरा
महंगाई पर चर्चा में वोरा ने केंद्र सरकार की नीतियों पर कसा तंज
पूरब टाइम्स दुर्ग. प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा 17 से 23 अगस्त तक चलाए जा रहे महंगाई पर चर्चा अभियान के अंतर्गत वरिष्ठ कांग्रेस विधायक एवं राज्य भंडारगृह निगम के अध्यक्ष अरुण वोरा ने केंद्र सरकार की नीतियों को पूरी तरह विफल बताते हुए करारा हमला बोला है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने प्रतिवर्ष 2 करोड़ रोजगार देने का झूठा जुमला देकर युवाओं को गुमराह किया एवं केंद्र की सत्ता पाई थी अब इनके नेताओं को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, राजस्थान के मुख्यमंत्री, झारखंड के मुख्यमंत्री से रोजगार चाहिए। कथनी और करनी में इनके इतना फर्क है कि सत्ता खोते ही बिहार में भी अब इन्हें बेरोजगारी नजर आने लगी है। प्रधानमंत्री से लेकर केंद्रीय मंत्रियों तक एवं राज्य के भाजपा नेता कोई भी महंगाई पर चर्चा करने को तैयार नहीं है।
मोदी सरकार की गलत नीतियों से घरेलू गैस ढाई गुना अधिक दामों पर मिल रहा है, खाद्य तेल, डीजल, पेट्रोल, दैनिक जरूरत के लिए आवश्यक सभी वस्तुओं की कीमतों में डेढ़ से दोगुनी वृद्धि हो गई है आम आदमी का घर चलाना दूभर हो गया है। एक तरफ दूध दही आटे जैसी चीजों पर जीएसटी लगाई जा रही है वहीं दूसरी तरफ जनसुविधाओं में लगातार सब्सिडी खत्म की जा रही है। जनता की गाढ़ी कमाई से अपना खजाना भरना और अरबपतियों की टैक्स माफी किसी से छिपी नहीं है। वर्षों की मेहनत से बनाई गई देश की संपत्तियों को बेचने का काम निरंकुश रूप से जारी है। केंद्र सरकार ने बेरोजगारी एवं महंगाई की दोहरी मार से लोगों को नाउम्मीद कर दिया है।
एक भी वादे केंद्र ने 8 वर्षों में पूरा नहीं किया। गरीबों के चूल्हे की आग की चिंता केवल कांग्रेस पार्टी ही कर सकती है मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में चल रही कांग्रेस सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों एवं योजनाओं से लगातार प्रदेश की जनता सशक्त हो रही है। गोधन न्याय, किसान न्याय, भूमिहीन मजदूर न्याय जैसी योजनाओं से ना सिर्फ आर्थिक मजबूती मिल रही है साथ ही स्वास्थ्य एवं शिक्षा की दिशा में स्वामी आत्मानंद स्कूल, महाविद्यालय, हमर लैब, सस्ती दवा दुकानों के माध्यम से बेहतर सुविधाएं भी दी जा रही हैं। केंद्र सरकार को प्रदेश की योजनाओं से सीख लेनी चाहिए।
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