• 24-04-2024 07:21:57
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राजधानीवासियों को साइबर स्मार्ट बनाने में जुटी पुलिस, साइबर चौपाल के जरिए लोगों को कर रहे जागरूक

रायपुर। राजधानी पुलिस सुनो रायपुर अभियान के तहत लोगों को साइबर स्मार्ट बनाने की दिशा में लगातार कार्य कर रही है। इसी कड़ी में रायपुर साइबर सेल द्वारा 15 अगस्त से 21 अगस्त तक जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।

बीते तीन दिनों से जारी इस अभियान के तहत अब तक जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को मिलाकर करीब 60 हजार से ज्यादा लोगों को साइबर सुरक्षा के टिप्स दिए जा चुके हैं। जहां 15 अगस्त को अभियान की शुरुआत के साथ ही 10 हजार लोगों को साइबर स्मार्ट बनाया गया तो वहीं, 16 अगस्त को 23 हजार और 17 अगस्त को 26 हजार से ज्यादा लोगों को अभियान के तहत जागरूक किया गया।

स्कूल-कालेज से लेकर अस्पतालों तक पहुंची टीम

आनलाइन पैमेंट्स और ई-कामर्स के बढ़ते दौर में लोगों का साइबर स्मार्ट होना बेहद जरूरी है। कई बार लोग साइबर ठगों के चंगुल में फंसकर अपनी मेहनत की कमाई गवां देते हैं। राजधानी रायपुर में लोग साइबर ठगों के जाल में फंसने से बच सकें इसलिए साइबर सेल लगातार शहर और ग्रामीण क्षेत्र के स्कूल-कालेज, कंपनियों, फैक्ट्रीज और अस्पतालों, ग्राम पंचायतों समेत ग्रामीण क्षेत्रों में साइबर चौपाल का आयोजन कर रही है। जहां बड़ी संख्या में लोगों को साइबर सिक्योरिटी के टिप्स दिए जा रहे हैं।

स्कूल-कालेज में जाकर वालेंटियर्स छात्र-छात्राओं को ठगों से सतर्क रहने के गुर सिखा रहे हैं। साथ ही, साइबर एक्सपर्ट भी समय-समय पर कार्यशाला से जुड़कर लोगों को जागरूक कर रहे हैं और उनके सवालों के जवाब दे रहे हैं। साइबर सेल के फेसबुक और इंस्टाग्राम पेज से जुड़कर लाइव सेशन के जरिए भी साइबर एक्सपर्ट लोगों को साइबर क्राइम की जानकारी देकर बचने के तरीके बता रहे हैं।

साइबर ठगी से ऐसे बचें

- यदि कोई अनजान व्यक्ति आपको काल, मैसेज कर लुभावना आफर देता है या आपकी किसी एग्जिस्टिंग सर्विस, आनलाइन खरीददारी या व्यक्तिगत जानकारी देकर आपको विश्वास में लेता है तो सचेत हो जाएं आप साइबर ठगी के शिकार हो सकते हैं।

- किसी भी अंजान व्यक्ति को फोन पर अपनी निजी जानकारी जैसे आधार नंबर, पैन कार्ड नंबर, एटीएम, ओटीपी आदि साझा न करें।

- बीमा, फाइनेंस, किश्त, लोन, केवायसी अपडेट, सिम ब्लाक होना, लाटरी, केबीसी या लक्की ड्रा जैसे फोन काल या मैसेज के झांसे में न आएं।

- अनजान व्यक्ति के कहने पर किसी भी एप्लीकेशन जैसे क्विक सपोर्ट, एनी डेक्स, टीम वीवर को इंस्टाल ना करें। आपका फोन हैक हो सकता हैं।

- अनजान नंबर से आए लिंक्स को कभी क्लिक ना करें। आपका फोन हैक हो सकता है।

- रजिस्ट्रेशन अथवा अकाउंट टेस्ट करने के नाम पर 10 रुपये जैसी राशि के ट्रांसफर की लिंक के माध्यम से कोई लेन-देन न करें।

- अनजान नंबर के वीडियो काल न उठाएं। फोन उठाते ही आप ब्लैक मैलिंग के शिकार हो सकते हैं। इंटरनेट मीडिया पर अंजान व्यक्तियों से दोस्ती करने से बचें।

- ओएलएक्स जैसी वेबसाइड पर आर्मी मैन बनकर सस्ते में सामान बेचने के झांसे में सावधान रहें।

- ध्यान रखें, क्यूआर कोड पर स्कैन केवल पेमेंट करने के लिए होता है, पेमेंट मंगाने के लिए नहीं। यूपीआइ से पैमेंट रिसीव करते वक्त पिन एंटर न करें।

- इंटरनेट मीडिया अकाउंट पर टो स्टेप वेरिफिकेशन का उपयोग करें। अनावश्यक निजी जानकारी पब्लिक न करें। प्राइवेसी सेटिंग्स का उपयोग कर प्रोफाइल ब्लाक रखें।

- इंटरनेट मीडिया पर सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने वाली खबरों से बचें व बिना जांचे फारवर्ड न करें।

ठगी होने पर यह करें

ठगी का शिकार होने पर टोल फ्री नंबर 1930 पर काल करें। इसके अलावा रायपुर पुलिस साइबर सेल 0771-4247109 पर फोन करें।

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