• 29-03-2024 20:49:05
  • Web Hits

Poorab Times

Menu

नेता प्रतिपक्ष के चयन के लिए आज बैठेंगे भाजपा के विधायक, प्रदेश प्रभारी और सह-प्रभारी की उपस्थिति में होगी बैठक

रायपुर। मिशन 2023 की तैयारी में जुटी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के बाद अब संगठन में बदलाव की तैयारी में है। इसको लेकर पार्टी के प्रदेश मुख्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में बुधवार को पूरे दिन बैठकों का दौर चलेगा। इसमें कई बड़े फैसले होने की संभावना जताई जा रही है। सबसे ज्यादा चर्चा पार्टी के विधायक दल की बैठक को लेकर है। बताया जा रहा है कि विधायक दल की बैठक का प्रमुख एजेंडा नेता प्रतिपक्ष का पद है। नेता प्रतिपक्ष बदले जाने की संभावना को देखते हुए दावेदार भी सक्रिय हो गए हैं।

सांसद अरुण साव के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद बुधवार को संगठन की पहली बड़ी बैठक होने जा रही है। इसमें शामिल होने के लिए पार्टी के सह-प्रभारी नितिन नबीन मंगलवार की शाम को रायपुर पहुंच चुके हैं। वहीं, प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी बुधवार की सुबह यहां आएंगी। पार्टी नेताओं के अनुसार प्रदेश संगठन से जुड़े सभी पदाधिकारियों को बैठक में बुलाया गया है।

14 विधायकों में छह से अधिक दावेदार

बिलासपुर की बिल्हा सीट से विधायक धरमलाल कौशिक अभी नेता प्रतिपक्ष हैं। प्रदेश में भाजपा के 14 विधायक हैं, लेकिन नए नेता प्रतिपक्ष को लेकर विधायक दो धड़े में बंट गए हैं। इससे नेता प्रतिपक्ष के पद के छह से अधिक दावेदार हो गए हैं। इनमें सबसे ज्यादा चर्चा नारायण चंदेल को लेकर है। एक खेमा पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह के पक्ष में है। विधानसभा में वर्तमान में भाजपा के सिर्फ 14 विधायक हैं।

ननकीराम कंवर व पुन्नुलाल मोहिले अधिक उम्र के कारण दौड़ से बाहर हो सकते हैं। सौरभ सिंह, डा. कृष्णमूर्ति बांधी, डमरूधर पुजारी व विद्यारतन भसीन के साथ जातिगत समीकरण नहीं बैठ पा रहा है। वहीं रजनीश सिंह और रंजना साहू पहली बार के विधायक हैं। डा. रमन पूर्व मुख्यमंत्री होने के कारण नेता प्रतिपक्ष बनना नहीं चाहते हैं। ऐसे में नारायण चंदेल के साथ अब बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर व शिवरतन शर्मा की दावेदारी बनती है।

इस कारण बदलाव की है चर्चा

मौजूदा नेता प्रतिपक्ष कौशिक स्वभाव से शांत हैं, जबकि भाजपा अब सरकार के विरुद्ध सदन से लेकर सड़क तक सरकार पर हमला तेज करना चाह रही है। कौशिक को पूर्व सीएम डा. रमन का करीबी माना जाता है। विष्णुदेव साय को प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटाए जाने के पीछे भी यही दोनों कारण बताए जा रहे हैं।

Add Rating and Comment

Enter your full name
We'll never share your number with anyone else.
We'll never share your email with anyone else.
Write your comment
CAPTCHA

Your Comments

Side link

Contact Us


Email:

Phone No.