शिवनाथ में बाढ़ से सात गांव बने टापू
दुर्ग। शिवनाथ नदी में आई बाढ़ से नदी किनारे बसे सात गांव टापू में तब्दील हो गया है। जिसमें भोथली,रूदा,खाड़ा,आलबरस,डांडेसरा,पीसेगांव,चंगोरी,भरदा शामिल है।
धमधा ब्लाक के पथरिया और सहगांव में भी बाढ़ का पहुंचना बताया जा रहा है। शिवनाथ के बढ़ते जलस्तर को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने दुर्ग से धमधा और दुर्ग से बालोद मार्ग पर आवागमन बंद करवा दिया है।
जलभराव बढ़ने के बाद आलबरस में फंसे 25 लोगों को एसडीआरएफ की टीम ने रेसक्यू कर बाहर निकाला। भरदा के ईंट भट्टा में काम करने वाले 40 मजदूरों को गांव के स्कूल में ठहराया गया है।
कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा ने भरदा,आलबरस गांव का दौरा किया। जिले में बारिश सोमवार शाम चार बजे से बंद है। लेकिन बालोद जिला के खरखरा व तांदुला जलाशय तथा राजनांदगांव जिला के मोंगरा बैराज,सूखा और घूमरिया नाला से सोमवार को करीब 70 हजार क्सूसेक पानी शिवनाथ नदी में छोड़ा गया था।
सोमवार-मंगलवार की दरम्यानी रात शिवनाथ नदी का जलस्तर बढ़ने लगा। मंगलवार को खरखरा,तांदुला और मोंगरा बैराज से छोड़े गए पानी की मात्रा को कम कर दिया गया।
वर्तमान में यहां से 34 हजार क्यूसेक पानी शिवनाथ में आ रहा है। दोपहर तीन बजे के बाद शिवनाथ का जलस्तर तेजी बढ़ने लगा। बाढ़ के पानी दुर्ग शहर के पुलगांव व आसपास के क्षेत्रों में भर गया। बाढ़ की वजह से दुर्ग बालोद,दुर्ग राजनांदगांव और दुर्ग से धमधा मार्ग पर आवागमन बंद है। हालांकि दुर्ग से राजनांदगांव की ओर बायपास से होकर आवागमन जारी है। दुर्ग एसडीएम मुकेश रावट ने बताया कि नदी किनारे प्रभावित गांवों में मैदानी अमला को नजर रखने कहा गया है।
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